कांगड़ा के ज्वालादेवी मंदिर में एक अखंड ज्योति बिना घी तेल या दिए के जलती रहती है. कहा जाता है कि इस ज्योति को बुझाने की कोशिश की गई लेकिन सफलता नहीं मिली और यह सदियों से जलती आ रही है.