भगवान की रथयात्रा को जिसने हाथ लगा दिया, उसे जीवन मरण के चक्र से मुक्ति मिल जाती है. पुरी शहर की गलियों में नौ दिन तक चलने वाली इस यात्रा में शामिल होने के लिए देश भर से लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं.