नंदगांव से 10 किलोमीटर दूर राजा भोज का राज था. जब भी कृष्ण अंबिकावन के जंगलों में गाय चराने के लिए आते तो राजा भोज की पुत्री चंद्रावल भी कृष्ण से मिलने दौड़ी चली आती थीं.