कामा का इंद्रसेन पर्वत, जो आज भी कहता है कान्हा के शरारतों की और जादुई बांसुरी की कहानी. कान्हा की बांसुरी में वो ताकत थी कि एक बार पत्थर भी मोम बन गया था.