पुणे के करीब पहाड़ियों में आए बिना अष्टविनायक की यात्रा अधूरी मानी जाती है. और ऐसा हो भी क्यों न यहां भक्तों को न केवल गणपति बल्कि उनकी मां पार्वती के दुर्लभ रुप के दर्शन करने को मिलते हैं. कहते हैं इसी जगह पार्वती के मैल से गणेश का जन्म हुआ था.