मनुष्य अपने जीवन काल में जाने अनजाने बहुत सारी गलतियां करता है जैसे किसी को अपशब्द बोल देना, किसी की निंदा करना इत्यादि. इन सभी गलतियों के सुधारने के लिए इस मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं. सर्व पाप विनिर्मुक्त: विष्णुलोकं स: गच्छति.