हिमाचल के कांगडा में एक मंदिर ऐसा है जहां न घी, न तेल, न दीया और ना ही बाती, फिर भी जलती है ज्योति, बिना बुझे, बिना रुके. इस ज्योति को बुझाने की कई कोशिशें हुईं लेकिन वो सब नाकाम रहीं.