उनकी पूजा लक्ष्मी के रूप में होती है, त्रिदेव की शक्तियां उनमें समाहित हैं. बांसवाडा में बसी मां त्रिपुर सुंदरी विजयश्री का वरदान देती हैं. मां की अट्ठारह भुजाओं वाली प्रतिमा के दर्शन करके भक्तों का जीवन धन्य हो जाता है.