शक्तिपीठ अंबाजी में नवरात्र उत्सव की शुरुआत भादो की पूर्णिमा से होती है और इसकी छटा देखते ही बनती है. जय जय अंबे के घोष के साथ यहां लाखों भक्त पैदल चलकर मां के दरबार में दस्तक देने आते हैं.