गुजरात के खेड़ा जहां मां मेलडी के दरबार में हाथों से तली जाती हैं पूरियां. खौलते तेल में भक्त डालते हैं पूरियां और फिर उन्हें किसी करछी से नहीं बल्कि निकालते हैं अपने हाथों से.