पवनपुत्र को ऐसे ही संकटंमोचन नहीं कहते, वो भक्तों के हर कष्ट को पल भर में हर लेते हैं. लेकिन मंदसौर के तलाई वाले हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए करना पड़ता है लंबा इंतजार. क्योंकि यहां 15 साल बाद आती है पवनपुत्र के दर्शन की बारी. लेकिन जिस किसी ने एक झलक में कर लिया पवनपुत्र को प्रसन्न, उसके बन जाते हैं हर बिगड़े काम.