कहीं मां की आंखों की पूजा होती है, कहीं मां के दरबार में हाथ से तली जाती हैं पूरियां तो कहीं मां के आंचल से बहता जल बढ़ा देता है आंखों की ज्योति. मां के जितने रूप हैं उनके चमत्कार की उतनी ही कहानियां भी हैं.