भगवान कृष्ण के संग राधा के ऐसे रूप के दर्शनों का सौभाग्य जहां पहुंच कर कोई भी मनोकामना अधूरी नहीं रहती और जीवन हो जाता है धन्य. जयपुर में आज भी गोविंद देव जी को राजा की तरह पूजा जाता है और एक राजा की ही तरह किया जाता है भव्य श्रृंगार.