जिसके दर्शन भर से पूरी हो जाती है सारी कामनाएं, महादेव का वो दुर्लभ रूप है राम के धाम चित्रकूट में, जहां शिव दो, या चार नहीं बल्कि आठ भुजाओं में हैं विराजमान.