हनुमान के कई रुप आपने देखे होंगे लेकिन क्या बिना पूंछ वाले पवनपुत्र के दर्शन किए हैं आपने. अगर नहीं तो चलिए हमारे साथ एक ऐसी यात्रा पर जिसकी मंजिल है वो धाम जहां हनुमान मनुष्य रुप में देते हैं अपने भक्तों को दर्शन. यहां संकटमोचन की न तो पूंछ है और न ही वानर मुख. यहां पवनपुत्र का रंग भी सिंदूरी नहीं बल्कि दूधिया सफेद है.