शनि के वृश्चिक राशि में प्रवेश करने के बाद कई साढ़ेसाती, ढैय्या, कंटक, शनि की महादशा के साए में आ चुकी हैं ऐसे में शनि अमावस्या के पड़ने के कारण शनिदेव के भक्तों को राहत की सांस तो मिलेगी ही, साथ बरसेगी गुरू की कृपा दृष्टि.