रांजणगांव तीर्थ, जहां भक्त को न केवल गणपति की शक्ति के दर्शन होते है बल्कि यहां वे शिव की भक्ति से भी रू-ब-रू होते है. कहा जाता है कि त्रिपुरासुर गणेश के आशीर्वाद से शक्तिशाली होकर देवताओं को परेशान करने लगा. शिव ने गणपति की अराधना कर त्रिपुरासुर का अंत किया.