आज भैरव जयंती है और शिव पुराण के अनुसार मार्ग शेष महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को भगवान शंकर के अंश से भैरव की उत्पत्ति हुई थी. इसलिए इस तिथि को काल भैरव अष्टमी या भैरव अष्टमी के नाम से जाना जाता है. काल भैरव शिव का ही स्वरूप हैं. वर्ष 2017 में कैल भैरव अष्टमी कैलेंडरों के मतभेद के चलते कहीं 10 नवंबर शुक्रवार को कहीं 11 नवंबर शनिवार को मनाई जाएगी. देखें- 'शुभ मंगल सावधान' का ये पूरा वीडियो.