समंदर की लहरें जैसे ही सपनों की नगरी मुंबई को जगाती हैं तो जिंदगी निकल पड़ती है अपनी यात्रा पर. यात्रा के उन्हीं रास्तों में एक राह जाती है उस परम शक्ति की ओर जो रक्षा करती है अपने दर पर आने जाने वाले हर भक्त की फिर चाहे वो किसी भी धर्म या जाति का हो. गणपति के इस धाम में शीश नवाने भर से सिद्धि और समृद्धि मिलती है.