मंदिर की ओट से निकलती हैं सूरज की किरणें. अपनी सुनहरी आभा से करती हैं धरती के कण-कण का श्रृंगार. भोर की बेला में प्रकृति लेती है अंगड़ाई. दूर देश से आए पंछी सुबह का संदेश लेकर उड़ जाते हैं ऊंचे गगन की ओर.