संकट के उस आहट को जानना जरूरी है, जिससे सावधान रहना जरूरी है क्योंकि कई ऐसे पावन स्थान हैं जहां भगवान अपना रूप और आकार बदल रहे हैं, मान्यता है कि ये लक्षण प्रलय का संकेत दे रहे हैं. शुरूआत करते हैं गोधरा के मृदेश्वर महादेव से, जहां शिवलिंग का आकार लगातार बढ़ता रहा है और कहा जा रहा है कि जिस दिन इसने मंदिर की छत को छू लिया उस दिन सृष्टि का अंत हो जाएगा.