गणपति बाप्पा मोरया, मंगलमूर्ति मोरया. गणपति की आराधना में उनके हर भक्त की जुबान से ये जयकारा सुनने को मिलता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस जयकारे की उत्पत्ति कहां से हुई. चलिए भक्ति और आस्था के ऐसे परम धाम जहां एक भक्त के साथ हमेशा के लिए जुड़ गया भगवान का नाम.