तीर्थराज प्रयाग में एक बार फिर छलक उठा आस्था का अमृत कलश. मोक्ष की चाह में इस अमृत को चखने के लिए त्रिवेणी के संगम पर सज गया महाकुंभ. महाकुंभ से जुड़ी पुरानी परंपराओं ने इलाहाबाद में वक्त की चाल मोड़ दी.