वसंत पंचमी महज वसंत ऋतु के आगमन का पर्व नहीं है कहते हैं. इसी दिन सृष्टि के रचयिता परमपिता ब्रह्मा ने सरस्वती को उत्पन्न किया था. बात उस समय की हैजब ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की उन्होंने ये काम पूरा तो कर लिया, लेकिन एक कमी उन्हें खटक रही थी. उनकी सृष्टि बेरंग थी, बेजान थी, मौन थी. अपनी परेशानीलेकर जब ब्रह्मा भगवान विष्णु के पास पहुंचे तो नारायण ने उन्हें अपने मानस से एक ऐसी रचना करने को कहा जो उनकी मौन दुनिया को रंगीन बना दे. तब ब्रह्मा नेअपने मानस से मां सरस्वती को उत्पन्न किया.