शिप्रा नदी के तट पर बसे शहर उज्जैन का कण-कण महाकाल का नाम पुकारता है. यहां आसमान में लहराती धर्म पताका किसी शक्ति के होने का हर पल एहसास करवाती रहती है. यह एहसास तब और गहरा हो जाता है जब एक ही छत के नीचे सिद्धि और भक्ति के दर्शन तीन अलग-अलग स्वरूपों में होते हैं.