अपनी ऊंचाई पर इठलाती है विंध्य पर्वतमाला. ऊंचे गगन का स्पर्श करती हैं विंध्यपर्वत की भुजाएं. पहाड़ों के शिखर सुनाते हैं अपनी शक्ति का गान. श्वेत और श्याम पर्वतों से झांकती है माता विंध्यवासिनी की महिमा.