झांसी में छोटी सी खिड़की से मां भगवति अपने पीतांबरा रूप के दर्शन देती हैं. तो पुणे में मौजूद चतुर्श्रृंगी रूप में केवल नेत्रों के दर्शन का मिलता है मौका.