वो धरती के पालक हैं, सृष्टि के संचालक हैं, लेकिन एक बार उन्हें बनना पड़ा याचक औऱ मांगना पड़ा दान. भगवान विष्णु को एक बार रूप बदलकर जाना पड़ा प्रयाग और पसारने पड़े यमराज के आगे हाथ.