नर्मदा की बलखाती लहरें और उसके बीचोंबीच खड़ा अपनी गाथा सुनाता मंदिर. सुबह सवेरे जब सूरज लेता है आसमान में अंगड़ाई तब उसकी सुनहरी किरणों से नहा उठता है ये मंदिर. इस मंदिर में विराजते हैं खुद महादेव.