यह अमेरिका का दोहरा खेल नहीं तो और क्या है कि भारत पर सबसे बड़े आतंकी हमले की साजिश का सूत्रधार उसकी कैद में मेहमान की तरह महफूज है. 26/11 हमले में वह गुनाह कबूल करता है लेकिन अमेरिका कहता है कि भारतीय एजेंसियों को उसे नहीं सौंपा जाएगा.