लश्कर के कैंप में कड़ी ट्रेनिंग लेकर 24 आतंकवादियों ने खुद को तीस मार खां समझ लिया था लेकिन सीमापार करते ही औकात ठिकाने लग गई. भारत की सेना से एनकाउंटर में आतंकवादी अच्छी तरह समझ गए कि भीड़ के बीच घुसकर बम ब्लास्ट कर देना अलग बात है और मुकाबला करना अलग बात है.