2014 लोकसभा चुनाव के लिहाज से पश्चिमी उत्तर प्रदेश बहुत संवेदनशील इलाकों में से एक है. यहां पर सारी पार्टियां वोटरों को धर्म के नाम पर बांटने में जुटी है.