नरेंद्र मोदी के पास हर मर्ज की दवा है. बेरोजगारी से लेकर महंगाई तक, लेकिन पार्टी के बुजुर्गों का दर्द उनके लिए भारी पड़ रहा है. मोदी के पास इस मर्ज की दवा नहीं है. यकीन नहीं आता तो खुद ही देख लीजिए.