चुनाव के नजदीक आते ही नेताओं के चेहरे से नकली रंग उतर रहे हैं. हर नेता वोट के लिए अपना असली रंग दिखा रहा है. नेताओं की भाषा भी बदलने लगी है. ऐसे ही कुछ नेताओं की कहानी सुना रहे हैं शेखर सुमन.