ये है चुनावी मनोरंजन का असली ठिकाना. यहां मनोरंजन ही नहीं 'मनो'मंजन भी होता है ताकि आप यहां की बातों का लुत्फ उठाकर अपनी उजली सफेद बत्तीसी दिखा सकें. ड्रामा का डोज इंटरवेल तक पहुंच चुका है लेकिन असली पिक्चर तो अभी बाकी है.