शनिवार की रात कईयों के लिए कयामत की रात साबित होने वाली है. रातभर सत्ता पक्ष के नेताओं को नींद नहीं आने वाली. कुछ को इस चिंता में कि कहीं उनकी मंत्री की कुर्सी न चली जाए और कुछ को इस उम्मीद में कि क्या पता इस बार मंत्री पद मिल जाए.