क्या औरतें सामान की तरह होती हैं. जिन्हें पुरुष अपनी जरूरत और जज़्बात के हिसाब से उनके अस्तित्व का इस्तेमाल करे. मुमकिन है आपका जवाब ना हो लेकिन हम राजनीति के जिस दौर में रह रहे हैं उसके रहनुमाओं को इसमें तकलीफ होती है.