भारतीय इतिहास में पहली बार जातीय व्यवस्था की गंदगी को खारिज किया गया है, लेकिन जो काम राजनीति को करना चाहिए था, उसे इलाहबाद हाई कोर्ट ने किया और राजनीति ने उसे मजबूरी की तरह स्वीकार किया. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए यूपी में जातिगत रैलियों के आयोजन पर रोक लगा दी है.