कोरोना को लेकर देशभर में सियासत चल रही है. जिस रफ्तार से कोरोना पैर पसार रहा है, राजनीति भी उसी रफ्तार से तेज होती जा रही है. अस्पतालों का हाल बेहाल है. ऑक्सीजन से लेकर बेड तक के इंतजाम नाकाफी हैं. आरोप प्रत्यारोप का खेल जारी है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच खीचतान जारी है. बीमार इलाज के लिए तरस रहे हैं. श्मशानों में भीड़ बढ़ रही है. चारो तरफ हाहाकार मचा हुआ है. कोरोना के महासंकट के बीच जरूरत थी, लोगों की मदद की, अस्पतालों में इंतजाम की, बेड की व्यवस्था की, ऑक्सीजन की, दवाइयों की लेकिन जैसे-जैसे महामारी ने पैर पसारकर अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू किया. देशभर के अस्पतालों से दिल को पसीज देने वाली तस्वीरें सामने आने लगीं. कोई अपनों के इलाज के लिए दर-बदर भटकता दिखा. कोई डॉक्टर के लिए गुहार लगाया नजर आया. किसी मरीज को बड़ी मुश्किल से बेड मिला तो अस्पताल में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई तो कोई दवाइयों के कमी में कराहता नजर आया. इस मुश्किल घड़ी में जब जरूरत थी साथ आने की. मिलकर मदद का हाथ बढ़ाने की तो इस आपदा के दौर में भी सियासत शुरू हो गई और असल सवाल पीछे छूट गया कि क्या कोरोना की दूसरी लहर के लिए सरकारें तैयार नहीं थी. देखें हल्ला बोल, अंजना ओम कश्यप के साथ.
Covid-19 transmission is now unstoppable in the country so is politics. The entire nation is fearing of deadly Covid-19 virus. From oxygen to ICU beds, the health care system has been collapsed. Opposition blaming Union government for mismanagement. A political blame game is being played between Center and non-BJP ruled states. It was expected from every political party to come together in difficult times but the situation got even worse. Watch this episode of Halla Bol.