दिल्ली में चुनाव का एलान किसी भी वक्त हो सकता है लेकिन उससे पहले यहां की सियासत में गंभीर आरोपों का खेल शुरु हो गया है और उन इल्जामों पर पलटवार भी. अमित शाह ने नागरिकता कानून को हथियार बनाकर कांग्रेस और केजरीवाल दोनों पर वार किया और प्रदर्शन के नाम पर दंगा पॉलिटिक्स का मुद्दा उछाल दिया. आज हल्ला बोल में सवाल यही कि क्या दिल्ली चुनाव अबकी बार इन्हीं मुद्दों पर लड़ा जाएगा, क्या आम आदमी पार्टी और कांग्रेस भी BJP के खिलाफ गुजरात के अतीत के पन्ने उलटेंगे. देखिए वीडियो.