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हल्ला बोल: कोरोना से लड़ाई में भड़काऊ बयान का क्या काम?

हल्ला बोल: कोरोना से लड़ाई में भड़काऊ बयान का क्या काम?

हिंदुस्तान और पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जंग लड़ रहा है. लेकिन इस सबसे बड़ी जंग में चंद बयान हमारी कोशिश पर ना सिर्फ सवाल उठा रहे हैं बल्कि उसे कमजोर भी कर रहे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता अरुंधति रॉय ने एक बयान में कहा है कि भारत सरकार कोविड-19 को हथियार बनाकर मुस्लिमों के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए कर रही है. उधर भारत में आंकड़े बता रहे हैं कि मरकज के मरीजों की तादाद कुल मरीजों की करीब एक तिहाई है और दिल्ली में तो हिस्सेदारी 60 फीसदी से भी ज्यादा है. तेलंगाना में 79 फीसदी, उत्तर प्रदेश में 59 प्रतिशत, आंध्र प्रदेश में 61 फीसदी, असम में तो 91 प्रतिशत और अंडमान निकोबार में 83 फीसदी मरीज तबलीगी जमात से जुड़े हैं.

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