देश की सबसे बड़ी अदालत में चालीस दिन चली सुनवाई लेकिन क्या अब भी समझौते की बची है कोई गुंजाइश. सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष कह रहे हैं कि समझौते का प्रस्ताव मीडिएशन पैनल को दिया लेकिन सुन्नी वक्फ बोर्ड के दूसरे सदस्य कह रहे हैं कि उन्हें प्रस्ताव का कोई अता पता नहीं. इस बीच राम जन्मभूमि न्यास के रामविलास वेदांती ने साफ कह दिया कि समझौते की कोई गुंजाइश नहीं. वहीं समझौते की बात पर हिंदू महासभा का रुख नरम है. कुल मिलाकर पूरा कन्फ्यूजन है. ऐसे में सवाल ये कि क्या बात से बनेगी बात. देखें हल्ला बोल का ये एपिसोड.