देश में नवरात्रि और रमजान का त्योहार मनाया जा रहा है लेकिन विवाद पैदा हो गया है इन त्योहारों के दौरान भोजन को लेकर. दक्षिण और पूर्वी दिल्ली में मीट की दुकानों पर पाबंदी को लेकर मेयर के तथाकथित पत्र पर बवाल हो गया है. दुकानदानों ने तो दुकानों का शटर तक गिरा दिया है, लेकिन देश के कई मुस्लिम नेताओं ने इसपर सवाल उठा दिया है. ओवैसी ने पीएम मोदी से प्रश्न पूछा है तो उमर अब्दुल्ला ने तंज कसते हए या यूं कहें कि धमकी देते हुए कहा है कि रमजान के दौरान हम सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच नहीं खाते हैं. मुझे लगता है कि ये ठीक ही होगा अगर हम हर गैर-मुस्लिम निवासी या पर्यटक को सार्वजनिक रूप से खाने से प्रतिबंधित करते हैं. सवाल है कि क्या त्योहारों पर धार्मिक मान्यताओं को प्रमुखता देनी चाहिए या भोजन की आजादी का भी सम्मान होना चाहिए. देखें हल्ला बोल अंजना ओम कश्यप के साथ
There has been a ruckus on the so-called letter of the Mayor regarding the ban on meat shops in South and East Delhi during Ramazan and Navratri. The shopkeepers have even brought down the shutters of the shops, but many Muslim leaders of the country have questioned it. Owaisi has asked a question to PM Modi, then Omar Abdullah took a jibe. The question is whether religious beliefs should be given prominence at festivals or freedom of food should also be respected. Watch Halla Bol with Anjana Om Kashyap