दिल्ली जलती रही, सियासत चलती रही. कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी की बैठक में प्रस्ताव पास किया और सोनिया गांधी ने अमित शाह का इस्तीफा मांग लिया. बीजेपी ने सोनिया पर पलटवार किया और सन् 84 के दंगों की बात उठाई. प्रियंका गांधी ने पार्टी के नेताओं की टोली लेकर मार्च शुरु कर दिया. ओवैसी 2002 दंगों का मुद्दा लेकर आ गए. आम आदमी पार्टी ने पुलिस पर सवाल उठाए. दिलचस्प ये कि इन सब सियासी दांव पेंच के बीच शांति की अपील भी हो रही है. इस बीच हाईकोर्ट ने भड़काऊ भाषण को लेकर सख्ती दिखाई है और अमन कायम करने का बीड़ा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने उठा लिया. हल्ला बोल में इसी मुद्दे पर पूछेंगे सवाल.