9 फरवरी को जेएनयू में क्या हुआ. जांच एजेंसियों ने इसकी तहकीकात की है और आगे भी करेंगी. कोर्ट फैसला करेगा कि इस मामले में देशद्रोह हुआ है या नहीं. लेकिन इस सबसे अलग एक बहस देशभक्त बनाम देशद्रोह की चल रही है. भूख, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी जैसे बुनियादी मुद्दे पीछे छूट गए हैं और राष्ट्रभक्ति सबसे बड़ा मुद्दा बन गई है.