अखिलेश यादव ने रविवार को समाजवादी पार्टी का घोषणा पत्र जारी करते हुए वादे की झड़ी लगा दी. आगरा, कानपुर और वाराणसी में मेट्रो चलाने से लेकर युवाओं के स्मार्ट फोन और सरकारी बसों में महिलाओं का किराया आधा करने का वादा किया गया.पार्टी के अहम कार्यक्रम से अखिलेश के पिता और पार्टी संरक्षण मुलायम सिंह यादव दूर रहे. साथ ही सपा ने राज्य में आगामी चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी से गठंबधन भी कर लिया है. दोनों ही दलों का कहना है कि सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई के लिए ये गठबंधन हुआ है.सवाल ये है कि क्या चुनावी वादों और कांग्रेस का हाथ थामने के बाद अब यूपी में अखिलेश के नेतृत्व वाली सपा दोबारा सत्ता में वापसी कर पाएगी.