न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप (NSG) का सदस्य बनने का भारत का सपना फिलहाल टूट गया है. इसके पीछे बड़ी वजह है चीन. चीन का कहना है कि जिस देश ने परमाणु अप्रसार संधि यानी एनपीटी पर दस्तखत नहीं किया वो एनएसजी का सदस्य कैसे बन सकता है? वहीं, एनएसजी में भारत को एंट्री नहीं मिलने के मुद्दे को विपक्ष मोदी की नाकामी से जोड़कर देख रहा है.