बीजेपी के तमाम दावों के बावजूद कर्नाटक में येदियुरप्पा बहुमत साबित नहीं कर पाए. विश्वास मत पर वोटिंग से पहले ही उन्होंने इस्तीफे का एलान कर दिया. 2014 में नरेंद्र मोदी के केंद्र की सत्ता में आने के बाद ऐसा पहली बार है जब कि बीजेपी चाहकर भी सरकार नहीं बना पाई. ऐसे में कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की जीत से बड़ा सवाल ये खड़ा हो गया है कि क्या अब मोदी को हराना मुमकिन हो गया है? क्या ये संभव है कि अगर विपक्ष एकजुट हो जाए तो बीजेपी अपराजेय नहीं रह जाएंगे?