9 दिन में ढ़ाई कोस की कहावत आपने सुनी होगी, लेकिन दिल्ली में ये नौ दिन 9 महीने हो गए और आज ढ़ाई कोस का सफर भी तय हो गया. यानी दिल्ली विधानसभा भंग होने का रास्ता खुल गया और इसी के साथ उस चुनौती का रास्ता भी खुल गया.