दिल्ली के श्रीनिवासपुरी में रहने वाले मनोज के बेटे अमन की मौत सिफ डेंगू से नहीं हुई, बल्कि सरकारी अस्पतालों की लापरवाही ने भी उसकी जिंदगी छीन ली. परिवार वालों के मुताबिक 9 सितंबर को ही उनके बेटे को भर्ती करके इलाज किया जाता तो उसकी जान बच सकती थी.
Halla bol programme on dengue